पाषाण काल के तीनों चरणों का साक्ष्य बेलन घाटी इलाहाबाद से प्राप्त हुआ है। आधुनिक मानव को ‘होमोसेपियन’ भी कहा जाता है। यह विशिष्ट कार्य पर निर्भर करता है, जिसमें न्यूनतम आयु होना, ड्राइविंग लाइसेंस होना आदि शामिल हो सकते हैं। महात्मा बुद्ध ने अपने उपदेश पालि भाषा में दिये। https://sparkyg575vqa8.spintheblog.com/profile