भावार्थ – अपने तेज [शक्ति, पराक्रम, प्रभाव, पौरुष और बल] – के वेग को स्वयं आप ही सँभाल सकते हैं। आपके एक हुंकारमात्र से तीनों लोक काँप उठते हैं। It truly is required to acquire consumer consent just before operating these cookies on your internet site. Preserve & Take व्याख्या https://alices075ruw5.blogripley.com/profile